विचारणीय

गीता कहती है - संशयात्मा विनश्यति अर्थात् सदा संशय करनेवाला, दूसरों को संदेह की दृष्टि देखनेवाला, अविश्वासी एवं अनियंत्रित व्यक्ति क्षय को प्राप्त होता है।

मंगलवार, 31 मार्च 2015

Yoga TIPS in Hindi

भारतवर्ष को योगभूमि (योग के विभिन्न आसन लगाने वालों की भूमि अथवा योगियों की भूमि) कहा गया है. ‘योग’ संस्कृत के ‘युज’ शब्द से लिया गया है जिसका अर्थ है ‘संगठन’. दूसरे शब्दों में कहा जाये तो शरीर को संगठित करने की प्रक्रिया ही योग है.

प्राचीन भारत में योग काफी प्रचलित था. परन्तु यह भी समाज के कुछ वर्गों तक ही सीमित रहा. इसे प्राचीन भारत की विड़म्बना ही कहिये. निम्न वर्गों के लिये योग निषिध्द था. परन्तु आधुनिक भारत में परिस्थितियाँ बदली  है. अब यह किसी के लिए अछूता नहीं रहा. भारतवर्ष का यह प्राचीन धरोहर आज पूरे विश्व में सीना ताने ‘योग भगाए रोग’ नाम से प्रसिद्ध हो चुका  है.
योग न केवल ध्यान साधना में मददगार है बल्कि शरीर की देखभाल के लिए कारगर सिद्ध हो रहा है. इसके नियमित अभ्यास से जीवन के हर क्षेत्र में हम लाभान्वित होंगे.

तो चलिए एक-एक कर योग के कुछ आसन और उससे होने वाले लाभ से परिचित होते हैं –

१. सिद्धासन



  • यह काफी सरल आसन है परन्तु ध्यान की दृष्टी से अत्यंत महत्वपूर्ण है.
  • योग की यह प्रक्रिया मन को केन्द्रित करने में सहायक है.
  • ध्यान और साधना की दृष्टी से यह आसन सबसे उपयुक्त है.

२. भद्रासन



  • यह आसन पाचन-प्रक्रिया को सुधारता है.
  • इस आसन को करने से जांघ, घुटने, पैरों की उँगलियाँ मजबूत होती हैं.

३. वज्रासन



  • यह आसन पीठ की दृष्टी से लाभदायक है.
  • इससे पीठ सीधी रहती है.
  • इससे पैरों को मजबूती बढ़ती है.

४. पश्चिमोतासन




  • यह आसन रीढ़ (Backbone) में लचीलेपन को बरकरार रखता है.
  • टापा घटाता है.
  • ललाट (चेहरे) पर चमक लाता है.
  • रक्त संचालन (Blood Circulation) प्रक्रिया सही रहता है.

उपर्युक्त सभी आसन काफी सरल परन्तु प्रभावशाली है. इसके अलावाऔर भी कहीं सारे आसन पद्दतियाँ हैं जिन्हें आवश्यकता के अनुरूप अपना सकते हैं. परन्तु केवल कुछ दिनों के अभ्यास से लाभ संभव नहीं है. यह एक धीमी प्रक्रिया है. दीर्घकाल में इसका अचूक परिणाम देखा गया है.

आप भी अपने घरों में इन आसनों को अपनाकर अपने परिवार को आरोग्य एवं ऊर्जावान बनाये और स्वस्थ भारत के निर्माण में योगदान दे.

तो चलिए संसार से रोगों का नामोनिशान मिटाने की राह में एक कदम आगे बढ़ाएं.

If you like this post (article), then share it with your friends on facebook, twitter or mail. It will be a great encouragement to my work.

THANKS… …

1 टिप्पणी: