विचारणीय

गीता कहती है - संशयात्मा विनश्यति अर्थात् सदा संशय करनेवाला, दूसरों को संदेह की दृष्टि देखनेवाला, अविश्वासी एवं अनियंत्रित व्यक्ति क्षय को प्राप्त होता है।

रविवार, 10 मई 2015

चीन की महान दीवार से जुडी रोचक बातें


चीन की महान दीवार जो ‘ग्रेट वाल ऑफ़ चाइना’ के नाम से विश्व प्रसिद्ध है, विश्व का सातवाँ अजूबा है जिसका निर्माण चीन में किया गया था. आज हम इस दीवार से जुडी कुछ रोचक बातें आप सबसे share करना चाहते हैं.

 - ग्रेट वाल ऑफ़ चाइना मनुष्यों द्वारा निर्मित सबसे लम्बा अजूबा है जिसके निर्माण के दौरान सबसे अधिक मजदूरों को अपनी जानें गवानी पड़ी.

- समय-समय पर उत्तर दिशा से होने वाले आक्रमणों से रक्षण हेतू इसका निर्माण किया गया था.

- ग्रेट वाल ऑफ़ चाइना केवल एक लम्बी दीवार न होकर अलग-अलग हिस्सों में इसका निर्माण कर अंत में एक साथ जोड़ा गया. जिन्हें अलग-अलग वंशजों के राजाओं ने अपने-अपने शासन कल में बनवाया था.

- इस दीवार का अधिकतर हिस्सा मिंग वंशजों के शासनकाल में 14 वी सताब्दी में निर्मित किया गया था.

- इसके निर्माण में कहीं पदार्थों का इस्तेमाल हुआ था. प्रारंभ में पत्थरों और लकड़ियों का इस्तेमाल किया गया था.

- मिंग वंशियों के शासनकाल में पत्थरों और ईटों का अधिक प्रयोग हुआ था जिसका प्रमाण इस दीवार पर दिखलाई पड़ता है.

- दीवार के प्रथम हिस्से का निर्माण लगभग 2000 पूर्व हुआ था.

- इसकी लम्बाई लगभग 6,300 कि.मी. है. अलग-अलग हिस्सों को मिलाकर इसकी कुल लम्बाई 22,000 कि.मी. से भी अधिक है.

- कहीं-कहीं दीवार की चौड़ाई  लगभग 9 मीटर तक है. वही सबसे अधिक ऊँचाई लगभग 8 मीटर है.

- ग्रेट वाल ऑफ़ चाइना को लेकर भ्रम फैला हुआ है कि यह एकमात्र मानव निर्मित आकृति है जिसे चंद्रमा पर से एस्ट्रोनॉट (अंतरिक्ष यात्री) अपनी खाली आँखों से देख सकते हैं.

Inspirational Posts: जरूर पढ़े -


अगर आपको यह article पसंद आये तो इसे आप अपने मित्रों के साथ facebook अथवा twitter पर share कीजिये. यह आपका हमारे कार्य के प्रति प्रोत्साहन होगा.
धन्यवाद् ... ... !!!

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें